क्या कभी आपने उपवन को संजोलते हुए माली को देखा है, कभी कोई एक वृक्ष पर दिमग लग जाते हे तो मलिक एक वृक्ष का लेकिन समस्त उपवन का उपचार करवाता है। अब आप ये कहेंगे ये कैसी मूर्ख ता है दिमग एक वृक्ष पर लगा हे और समस्त उपवन का उपचार किस लिए करवा रहा हे,अरे परिश्रम बचा सकता था किंतु माली ये जानता हे की दिमग भले ही एक वृक्ष पर लगा हे लेकिन नाश पूरे उपवन का कर सकता हे।
अब माली की ये सोच, ये सीख कही और भी लागू होती है इस संसार में हम केवल अपने परिवार के विषय में सोचते हे,उनका ध्यान रखते है,प्रयास करते है की वो संपन्न रहे ,सुखी रहे और उसी समय इस समाज के कुछ विरोधी तत्व इस समाज को खा जाते हे,इसे नष्ट कर देते है और हमारा ध्यान केवल अपने परिवार पर, इसलिए जब बात आती है राष्ट्र की तो उसके लिए भी निर्णय लेना होगा ।

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